विलायती

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

विलायती वि॰ [अ॰]

१. विलायत का । विदेशी ।

२. दूसरे देश का बना हुआ ।

२. अन्य देश का रहनेवाला । परदेशी । उ॰— अब बिदेशी राजा के होने से नौकरियाँ विलायतियों का विशेषकर दी जाती हैं । —प्रेमघन॰ भा॰२, पृ॰ २६८ ।

विलायती अनन्नास संज्ञा पुं॰ [हिं॰ विलायती + अनन्नास] रामबाँस । रामबान । विशेष दे॰ 'रामबाँस' ।

विलायती कददू संज्ञा पुं॰ [हि॰ विलायती+कददु] एक विशेष प्रकार का कद्दु जो तरकारी के काम में आता है ।

विलायती कपड़ा संज्ञा पुं॰ [हि॰] विदेशी वस्त्र । विशेषतः यूरोप का बना हुना ।

विलायती कासनी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ विलायती + कासनी] एक प्रकार की कासनी जिसकी पत्तियाँ दवा के काम में आती हैं ।

विलायती नील संज्ञा पुं॰ [हिं॰ विलायती + नीला] एक विशेष प्रकार का नीला रंग जो चीन से आता है ।

विलायती पटुआ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ विलायती+पटुआ] लाल प़टुआ । लाल सन ।

विलायती पात संज्ञा पुं॰ [हिं॰ विलायती + पटुआ] रामबाँस । कृष्ण केतकी ।

विलायती पानी संज्ञा पुं॰ [हिं॰ विलायनी + पानी] शराब । मदिरा । उ॰—तौ भी भाँति भाँति के विलायती पानी ।—प्रेमघन॰, भा॰, २, पृ॰ २३३ ।

विलायती प्याज संज्ञा पुं॰ [हिं॰ विलायती + प्याज] एक प्रकार का प्याज जिसमें गाँठ नहीं होती, सिर्फ गूदेदार जड़ होती है ।

विलायती बैगन संज्ञा पुं॰ [हिं॰ विलायती + बैगन] एक प्रकार का बैगन या भंटा जो इस देश में यूरोप से आया है । विशेष—यह क्षुप जाति की वनस्पति है जो प्रतिवर्ष बोई जाती है । इसका क्षुप दो ढाई हाथ ऊँचा होता है । इसकी डालियाँ भूमि की ओर झुकी अथवा भूमि पर पसरी रहती है । पत्ते आलू के पत्तों के से होते है । इंड़ियों के बीच बीच से सींके निकलते हैं जिनपर गुच्छे में फुल आते हैं । ये फुल साधारण बैगन के फूलों के सदृश, पर उनसे छोटे होते हैं । इनका रंग पीला होता है । फल प्रायः दो से चार इंच तक के गोलाकार और कुछ चिपटे (नारंगी के समान) होते हैं । कच्चे रहने पर उनका रंग हरा और पकने पर लाल चमकीला हो जाता है । इसकी तरकारी, चटनी आदि बनती है । स्वाद में यह कुछ खट्टापन लिए होता है । रासायनिक विश्लेषण से पता लगता है कि इसमें २३ सैकड़े लोहे का अंश होता है । इसमें 'ए' और 'सी' विटामिन होता है । अतः यह रक्तवर्धक है । अँगरेज लोग इसका अधिक व्यवहार करते हैं । इसे अँगरेजी में टोमैटा और हिदी में टमाटर कहते हैं ।

विलायती भंटा संज्ञा पुं॰ [हि॰]दे॰ 'विलायती बैगन' ।

विलायती मिट्टी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] विदेश में होनेवाली ऐसी मिट्टी जिससे पात्र और खिलौन बनते हैं । उ॰—विलायती मिट्टी, पत्थर, ईंट ।— प्रेमघन॰, भा॰, २, पृ॰ ३३ ।

विलायती मेंहदी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ विलायती + मेंहदी] मेंहदी की जाती का एक प्रकार का पौधा । सनट्ट । विशेष—यह पौधा प्रायः बाढ़ तक के रूप में लगाया जाता है यह भारत, बलोतिस्तान, अफगनिस्तान, अरब, अफ्रिका आदि सभी स्थानों में होता है । यह वर्षा और शीतकाल में फुलता है । इसकी लकड़ी बहुत कड़ी होती है और इसपर खुदाई का काम बहुत अच्छा होता है ।

विलायती लहसुन संज्ञा पुं॰ [हिं॰ विलायती + लहसुन] एक प्रकार का लहसुन जो मसाले के काम में आता है ।

विलायती सिरिस संज्ञा पुं॰ [हि॰ विलायती+सिरिस] एक प्रकार का सिरिस वृक्ष । विशेष—यह पौदा विदेश से यहाँ आया है, पर अब यहाँ भी होने लगा है । यह नीलगिरि पर्वत पर बहुतायत से होता है । पंजाब में भी यह पाया जाता है । इसकी छाल प्रायः चमड़ा सिझने के काम में आती है ।

विलायती सेम संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ विलायती + सेम] एक प्रकार की सेम जिसकी फलियाँ साधारण सेम से कुछ बड़ी होनी हैं ।