विवि पु वि॰ [सं॰ द्वी] १. दो । २. दूसरा । उ॰— श्रीफल कंज- कली से विराजत कै विवि मौनी बसे ढ़िग गंग के । कै गिरि हेम कै संपुट साने कै राजत संभु मनो रस रंग के ।—द्वीज (शब्द॰) ।