विशाख
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]विशाख ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. कार्तिकेय ।
२. धनुष चलाने के समय एक पैर आगे और एक पैर उससे कुछ पीछे रखना ।
३. माँगनेवाला । याचक ।
४. पुनर्नवा । गदहपूरना ।
५. सुश्रुत के अनुसार वह अपस्मार रोग जो स्कंद नामक ग्रह के प्रकोप से हो ।
६. पुराणानुसार एक देवता का नाम जिनका जन्म कार्तिकेय के वज्र चलाने से हुआ था ।
७. कार्ति- केय के छोटे भाई का नाम ।
८. शिव ।
९. तर्कु । टेकुआ । तकुवा (को॰) ।
विशाख ^२ वि॰
१. जिसमें शाखाएँ आदि न हों ।
२. हाथ से रहित (को॰) ।
३. विशाखा नक्षत्र में उत्पन्न (को॰) ।