सामग्री पर जाएँ

अपार

विक्षनरी से

विशेषण

अनुवाद

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अपार ^१ वि॰ [सं॰]

१. जिसका पार न हो । सीमारहित । असीम । अनंत । बेहद । उ॰—एक दिन सहसा सिंधु अपार । लगा टकराने नगतल क्षुब्ध ।— कामायनी, पृ॰ ५२ ।२, असंख्य । अधिक । अतिशय । अगणित । बहुत ।

३. तटहीन ।

अपार ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. सांख्य में वह तुष्टि जो धनोपार्जन के परिश्रम और अपमान से छूटकारा पाने पर होती है ।

२. समुद्र । सागर । [को॰] ।

३. नदी का दूसरा किनारा [को॰] ।