विश्रम्भ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

विश्रंभ संज्ञा पुं॰ [सं॰ विश्रम्भ]

१. विश्वास । एतबार ।

२. प्रेमी और प्रेमिका में रति के समय होनावाला झगड़ा । रतिकालीन प्रेमकलह ।

३. प्रेम । मुहब्बत ।

४. हत्या । मार डालना ।

५. स्वच्छंदतापूर्वक घूमना फिरना ।

६. गुप्त बात । रहस्य (को॰) ।

७. आराम । विश्राम (को॰) ।

८. घनष्ठेवा । आत्मीयता (को॰) ।

९. स्नेह से पूछना । प्रेम से पूछना (को॰) ।

विश्रंभ कथा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ विश्रम्भकथा] प्रेमी और प्रेमिका के बीच एकांत में होनेवाली प्रेमचर्चा । प्रेमपूर्ण बातचीत । उ॰—सुख रजनी की विश्रंभ कथा सुनती ।—लहर, पृ॰ ६७ ।