वीत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

वीत ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] वे हाथी, घोड़े और सैनिक आदि जो युद्ध करने के योग्य न रह गए हों ।

२. अंकुश के द्वारा मारना । अंकुश का प्रहार करना ।

३. सांख्य के अनुसार अनुमान के दो प्रकारों में से एक । विशेष—सांख्य में अनुमान के तीन भेद कहे गए हैं—पूर्ववत् या केवलान्वयी, शेषवत् या व्यतिरेकी और सामान्यत द्दष्ट या अन्वय- व्यतिरेकी । इनमें से र्पूववत् और सामान्यतोद्दष्ट अनुमान तो 'वीत' कहलाते हैं और शषवत् को अवीत कहते हैं । विशेष दे॰ 'अनुमान' ।

वीत ^२ वि॰ जिसका पतित्याग कर दिया गया हो । जो छोड़ दिया हो ।

२. जो छूट गया हो । मुक्त ।

३. जो बीत गया हो । जो समाप्त हो चुका हो । अंतर्हित । गत । लुप्त ।

४. जो निवृत्त हो चुका हो । जो (किसी बात से) रहित हो । मुक्त । शून्य । जैसे—बीतभय, वीतराग वीतशंक ।

५. इच्छित अनुमोदत । पसंद किया हुआ । सुंदर । जिसको अलगाया गया हो (को॰) ।

७. जो युद्ध के योग्य न हो (को॰) ।

८. पालतू (को॰) ।

९. ओढा़ या धारण किया हुआ । पहना हुआ (को॰) ।