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वृति

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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वृति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. वह जिससे कोई चीज घेरी या ढकी जाय ।

२. नियुक्त करने की क्रिया । नियुक्ति ।

३. छिपाने की क्रिया ।

४. वरण । चुनाव (को॰) ।

५. याचना । प्रार्थना (को॰) ।