वेश
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]वेश संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. कपड़े लत्ते और गहने आदि पहनकर अपने आपकी सजाना ।
२. किसी के कपड़े लत्ते आदि पहनने का ढंग । मुहा॰—किसी का वेश धारण करना = किसी के ढंग के कपड़े लत्ते पहनना । किसी के रूप, रग और पहनावे आदि की नकल करना । जैसे,—(नटों आदि का) राजा का वेश धारण करना ।
३. पहनने के वस्त्र । पोशाक । जैसे,—अब आप अपने वेश उतारिए । यौ॰—वेशभूषा = पहनने के कपड़े आदि । पोशाक ।
४. कपड़े का बना हुआ घर । खेमा । तंबू ।
५. घर । मकान ।
६. वेश्या का घर ।
७. दे॰ 'प्रेवश'—१, २, ४ ।
८. छद्म वेश । कपट रूप (को॰) ।
९. मजदूरी । भृति [को॰] ।
१०. वेश्या जन (को॰) ।
११. वेश्या को दिया जानेवाला द्रव्य (को॰) ।
१२. प्राचुर्य । अधिकता । अतिरेक (को॰) ।