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वैबोधिक

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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वैबोधिक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. वह जो रात के समय पहरा देता, घंटा बजाता और साए हुए लोगों को जगाता हो ।

२. पहरुआ । पहरेदार (को॰) ।

३. स्तुतिपाठक जो प्रातःकाल स्तुतिपाठ द्वारा । राजा को जगाता था (को॰) ।