वैरागी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]वैरागी ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰वैरागिन्]
१. वह जिसके मन में विराग उत्पन्न हो । वह जिसका मन संसार को ओर से हट गया हो । विरक्त ।
२. उदासीन वैष्णवों का एक संप्रदाय । विशेष— इस संप्रदाय के लोग रामानुज के अनुयायी होती हैं और श्रीकृष्ण अथवा रामचंद्र की उपासना करते हैं । ये लोग प्रायः भिक्षा माँगकर अपना निर्वाह करते हैं । अखाडे़ बनाकर रहते हैं । बंगाल के कुछ वैरागी विवाह करके गृहस्थों की भाँति भी रहते हैं ।
वैरागी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] संगीत में एक रागिनी [को॰] ।