वोपदेव

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

वोपदेव संज्ञा पुं॰ [सं॰] संस्कृत के एक प्रसिद्ध विद्धान् जो व्याकरण के ज्ञाता एव ग्रंथनिर्माता थे । विशेष—इनका लिखा व्याकरण का प्रसिद्ध ग्रंथ मुग्धबोध है । कविकल्पद्रुम तथा और भी इनके लिखे अनेक ग्रंथ प्रसिद्घ हैं । ये 'हेमाद्रि' के समकालीन थे और देवगिरि के यादव राजा के दरबार के मान्य विद्धान् रहे । इनका समय तेरहवीं शती का पूर्वार्ध मान्य है ।