शकठ संज्ञा पुं॰ [सं॰ शकट] मचान । उ॰—कृष्णचंद्र के समय में भी वृंदावन वन गिना जाता था, और गोप लोग उसमें शकठों पर रहते थे ।—शिवप्रसाद (शब्द॰) ।