शरबत
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]शरबत संज्ञा पुं॰ [अ॰]
१. पीने की मीठी वस्तु । रस ।
२. चीनी आदि में पका हुआ किसी ओषधि का अर्क जो दवा के काम आता है । जैसे,—शरबत बनफशा, शरबत अनार ।
३. पानी में घोली हुई शक्कर या खाँड़ ।
४. मुसलमानों की एक रस्म जो विवाह के पश्चात् शरबत पिलाकर पूरी की जाती है और उसके बदले में वधू के पक्षपालों को कुछ धन दिया जाता है ।
५. सगाई की रस्म । (मुसल॰) । मुहा॰—शरबत पिलाना = व्याह के पहले या बाद में शरबत पिलाने की रीति । शरबत के प्याले पर निकाह पढ़ाना या करना = बिना कुछ भी खर्च किए ब्याह करना ।
शरबत पिलाई संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ शरबत + पिलाना] वह धन जो वर और कन्या पक्ष के लोग एक दूसरे को शरबत पिलाकर देते हैं । (मुसल॰) ।