शराव संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. मिट्टी का एक प्रकार का पुरवा । कुल्हड़ । २. वैद्यक में एक प्रकार का परिमाण या तौल जो चौंसठ तोले या एक सेर की होती थी । (वैद्यक में सेर चोंसठ तोले का ही माना जाता है) । ३. ढकना । ढक्कन (को॰) ।