शशि

विक्षनरी से
शशि

हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

शशि संज्ञा पुं॰ [सं॰ शशिन्]

१. चंद्रमा । इंदु ।

२. छप्पय के ५४ वें भेद का नाम । इसमें १७ गुरु और ११८ लघु, कुल १३५ वर्ण या १५२ मात्राएँ होती हैं ।

३. रगण के दूसरे भेद (/?/) की संज्ञा ।

४. मोती ।

५. एक की संख्या । उ॰—एहि भाँति कीन्हयाँ युद्ध शिव शशि मास तब हहरयो हियो ।—रघृ- नाथ (शब्द॰) ।