शाण्डिल्य
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
शांडिल्य संज्ञा पुं॰ [सं॰ शाणिडल्य]
१. बेल । श्रीफल ।
२. अग्नि ।
३. एक मुनि जिनकी रची एक स्मृति है और जो भक्तिसूत्र के कर्ता माने जाते हैं ।
४. शांडिल्य के कुल में उत्पन्न पुरूष ।
५. सरयूपारीण ब्राह्मणों के तीन प्रधान गोत्रों में से एक गोत्र । यौ॰—शांडिल्य गोत्र = शांडिल्य के कुल में उत्पन्न ।