शाल्मलि

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

शाल्मलि संज्ञा पुं॰ [सं॰] शाल्मली वृक्ष । सेमल का पेड़ । विशेष दे॰ 'सेमल' ।

२. पुराणानुसार एक द्वीप का नाम । विशेष—यह क्रौंच द्वीप से दूना कहा गया है । यह भी कहा गया है कि इस द्वीप में शाल्मिलि या सेमल के वृक्ष बहुत अधिकता से हैं और यह चोरों ओर से ऊख के रस के समुद्र से धिरा हुआ है । इसमें श्वेत, लोहित, जीमूत, हरित, वैद्युत, मानस और सुप्रभ नामक सात वर्ष हैं जिनमें कुमुद, उत्तम, बलाहक, द्रोण, कंक, महिष और ककुद सात पर्वत तथा योनी, तोया, वितृष्णा, चंद्रा, शुक्लका, विमोचनी और निवृत्ती नाम की सात नदियाँ हैं ।

३. पुराणानुसार एक नरक का नाम । विशेष—कहते हैं, इसमें जीवों को शल्मलि वृक्ष के काँटे चुभाकर कष्ट पहुँचाया जाता है ।