शावक संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. पाप । गुनाह । २. अपराध । कसूर । ३. लोध वृक्ष । ४. शबर स्वामीकृत भाष्य । ५. एक तंत्र- ग्रंथ जो शिव का बनाया हुआ माना जाता है ।