शुतर संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰ शुतुर] दे॰ 'शुतुर' । उ॰—था उसके ऊपर लिबास मोटा, बालाँ से शुतर के ऐ ।—दक्खिनी, पृ॰ २२८ ।