शुद्धिपत्र
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
शुद्धिपत्र संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. वह व्यवस्थापत्र जो प्रायश्र्चित्त के पीछे शुद्धि के प्रमाण में पंडितों की ओर से दिया जाता था । (शुक्रनीति)
२. वह पत्र जिसमें छपने के समय पु्स्तक में रही हुई अशुद्धियाँ बतलाई गई हों । वह पत्र जिससे सूचित हो कि कहाँ क्या अशुद्धि है ।