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शौनक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

शौनक संज्ञा पुं॰ [सं॰] एक प्राचीन वैदिक आचार्य और ऋषि जो शुनक ऋषि के पुत्र थे । विशेष—ये नैमिषारण्य में तपस्या करते थे और इन्होंने एक बार एक बहुत बड़ा यज्ञ किया था जो बारह वर्षों तक होता रहा । ये बड़े तदस्वी थे । इनके नाम से ऋग्वेद प्रातिशाख्य तथा अन्य कई ग्रंथ प्रसिद्ध हैं ।