श्रीकृष्ण संज्ञा पुं॰ [सं॰] दे॰ 'कृष्ण'—१ । यौ॰—श्रीकृष्णस्मरण=पुष्टिमार्गीय जनों का नमस्कार । उ॰— तब उन वैष्णन कों श्रीकृष्णस्मरण करि बोहोत आदर करि बैठारि ।—दो सौ बावन॰, भा॰ २, पृ॰ ७७ ।