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श्रीपति

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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श्रीपति संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. विष्णु । नारायण । हरि । उ॰— (क) श्रीपति निज माया तब प्रेरी ।—मानस, १ ।१२६ । (ख) जाके सखा श्यामसुंदर से श्रीपति सकल सुखन के दाता ।—सूर (शब्द॰) ।

२. रामचंद्र । उ॰—बार बार श्रीपति कहै केवट नहिं मानै ।—सूर (शब्द॰) ।

३. कृष्ण । उ॰—तो हम कछु न बसाइ पार्थ जो श्रीपति तोहि जितावै ।—सूर॰, १ ।२७५ ।

४. कुबेर ।

५. पृथ्वीपति । नृप । राजा ।