श्लेष

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

श्लेष संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मिलना । जुड़ना । एक में सटने यो लगने का भाव ।

२. संयोग । जोड़ । मिलान ।

३. आलिंगन । परिरंभण । भेंटना ।

४. साहित्य में एक अलंकार जिसमें एक शब्द के दो या अधिक अर्थ लिए जाते हैं । दो अर्थवाले शब्दों का प्रयोग ।

५. मैथुन । संभोग (को॰) ।

६. दाह । जलन (को॰) ।

७. व्याकरण में वृद्धि या आगम (को॰) ।