सँइतना † क्रि॰ स॰ [सं॰ सञ्वय] १. लीपना । पोतना । चौका लगाना । २. संचय करना । ३. सुरक्षित रखना । ठिकाने से रखना । सहेजकर रखना । ४. यह देखना कि जितना और जैसा चाहिए, उतना और वैसा है या नहीं । सहेजना ।