सँघेरा ‡ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ संग + घेरना] वह रस्सी जिससे दो गौओं का एक पैर इसलिये एक साथ बाँध दिया जाता है जिसमें वे जंगल में चरती चरती बहुत दूर न निकल जायँ ।