सँतरँज
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादित करें]शब्दसागर
[सम्पादित करें]सँतरँज पु॰ संज्ञा पुं॰ [अ॰ शतरंज; तुल॰ सं॰ चतुरङ्ग] दे॰ 'शतरंज' । उ॰—मया सूर परसन भा राजा । साहि खेल सँतरँज कर साधा ।—पदमावत, पृ॰ ६१२ ।
सँतरँज पु॰ संज्ञा पुं॰ [अ॰ शतरंज; तुल॰ सं॰ चतुरङ्ग] दे॰ 'शतरंज' । उ॰—मया सूर परसन भा राजा । साहि खेल सँतरँज कर साधा ।—पदमावत, पृ॰ ६१२ ।