संकार

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

संकार ^१ संज्ञा पुं॰ [ सं॰ ]

१. कूड़ा करकट या छूल जो झाङू देने से उड़े ।

२. आग के जलने का शब्द । यौ॰—संकारकूट = कूड़े कचरे की राशी ।

संकार पु ‡ संज्ञा स्त्री॰ [ सं॰ सङ्केत, या हि॰ सनकार ?] इशारा । संकेत ।