सामग्री पर जाएँ

संक्रंद

विक्षनरी से


प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

संक्रंद संज्ञा पुं॰ [सं॰ सङ्कन्द]

१. युद्ध । लड़ाई ।

२. कोलाहल । शोरगुल ।

३. रोना । आकंदन । विलपना ।

४. सोमरस को निकालने या निचोड़ने का साधन । अभिषवण [को॰] ।