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संक्रम

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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संक्रम संज्ञा पुं॰ [सं॰ सङ्कम]

१. कष्ट या कठिनतापूर्वक बढ़ने की क्रिया । संप्रवेश ।

२. पुल आदि बनाकर किसी स्थान में प्रवेश करना ।

३. पुल । सेतु ।

४. प्राप्ति ।

५. संक्रमण । संक्रांति ।

६. साथ गमन करना । साथ जाना (को॰) ।

७. गमन । गति (को॰) ।

८. भ्रमण । संचलन (को॰) ।

९. दुर्गम रास्ता । तंग राह (को॰) ।

१०. उल्कापात । तारा टूटना (को॰) ।

११. विभिन्न राशियों में आकाशीय पिंड वा ग्रहों के संचरण की कक्षा या मार्ग (को॰) ।

१२. सोपान । सीढी (को॰) ।

१३. किसी लक्ष्य को प्राप्त करने का साधन या मार्ग (को॰) ।