संखनारी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

संखनारी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ शङ्खनारी] एक प्रकार का छंद जिसके प्रत्येक पद में दो यगण (य, य) होते हैं । इसे सोमराजी वृत्त भी कहते हैं ।