संलक्षण संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ संलक्षणीय, संलक्षित, संलक्ष्य] १. रूप निश्चित करना । विशेष लक्षणों द्वारा भेद स्पष्ट करना । २. लखना । पहचानना । तमीज करना । ताड़ना ।