संसक्त

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

संसक्त वि॰ [सं॰]

१. लगा हुआ । सटा हुआ । मिला हुआ ।

२. भिड़ा हुआ (शत्रु से) ।

३. संबद्ध । जुड़ा हुआ ।

४. प्रवृत्त । लगा हुआ । मशगूल । लिप्त । लीन ।

५. आसक्त । लुभाया हुआ । लुब्ध । प्रेम में फँसा हुआ ।

६. विषय वासना में लीन ।

७. युक्त । सहित । पूर्ण ।

८. सघन । घना ।

९. अव्यवस्थित । मिश्रित (को॰) ।

१०. समीपवर्तीं । निकट- वर्ती (को॰) ।

११. अनवरत । लगातार । निरंतर (को॰) ।

१२. अस्पष्ट (वाणी) (को॰) । यौ॰—संसक्तचेता, संसक्तमना=जिसका मन किसी में आसक्त या लीन हो । संसक्तयुग=जुए में मँधा हुआ ।

संसक्त सामंत संज्ञा पुं॰ [सं॰ संसक्त सामन्त] पराशर स्मृति के अनुसार वह सामंत जिसकी थोड़ी बहुत जमीन चारों ओर हो और कहीं पूरे गाँव भी हों ।