सटकना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सटकना ^१ क्रि॰ अ॰ [अनु॰ सट से] धीरे से खिसक जाना । रफू- चक्कर होना । चल देना । चंपत होना । उ॰—असुर यह घात तकि गयो रण ते सटकि बिपति ज्वर दियो तब शिव पठाई ।—सूर (शब्द॰) ।
सटकना ^२ क्रि॰ स॰ बालों में से अनाज निकालने के लिये उसे कूटने की क्रिया । डाँठ कूटना या पीटना ।