सटना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
सटना क्रि॰ अ॰ [सं॰ स + √स्था]
१. दो चीजों का इस प्रकार एक में मिलना जिसमें दोनों के एक पार्श्व एक दूसरे से लग जायँ । जैसे,—दीवार से अलमारी सटना ।
२. चिपकना । जैसे,— दप्ती पर कागज सटना ।
३. संभोग होना । (बाजारू) ।
४. लाठी या डंडे आदि से मार पीट होना । लाठी सोटा चलना । मार पीट होना । (बदमाश) ।
५. साथ होना । मिलना । संयो॰ क्रि॰—जाना ।