सत्कार्यवाद
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
सत्कार्यवाद संज्ञा पुं॰ [सं॰] साख्य का यह दार्शनिक सिद्धांत कि बिना कारण के कार्य को उत्पत्ति नहीं हो सकती, अर्थात् इस जगत को उत्पत्ति शून्य से नही हो सकती, किसी मूल सता से है । किसी कारण में कार्य की सत्ता का सिद्धांत । यह सिद्धांत बौद्धों के शून्यवाद का विरोधी है ।