सदस्य:Dev123we

विक्षनरी से

[सम्पादन]

== लोहार
भारत मे लोहार एक व्यावसायिक जाती है। जो लोहे के कार्य से जुडी होती है। पुराने कालो मे राजावो का अस्त्र शस्त्र का निर्माण, अविश्कार करना कृषी के लिये हल बनाना आज के समय गाडी मोटर बनाना अनेक उपकरण बनाना जो लोहे से जुडी हो भारत मे इन्हे विश्व्रकर्मा रुप मे देखा जाता है। जो की एक अविश्कारक भगवान है उन्हि के पुत्र मनु हुवे जो ब्रह्म ऋषि थे जो लोहे के आचार्य हुवे । एसा माना जाता है। की कलानतर मे अनेक ऋषि,मुनि हुये जो विश्वकर्मा के नाम से जाने गये कुछ उन्ही मे से वसु पुत्र देवता हुवे ,अन्गिरा पुत्र, सुघन्वा, भृगु शुक्रचार्य के पौत्र जो विश्व ब्राहमन, पन्चाल ब्राहमन, विश्वकर्मा के साथ-साथ मनु भी आये अनेक नाम मिले लोहे के कार्य के आचार्य हुवे ==== वर्ग छेत्र === अभियन्ता और विग्यान से जुडे होते है।

वर्ड[सम्पादन]

                                           अर्थर्वेदीय विश्वजकर्मा ब्राहमन है।

नारा[सम्पादन]

जय विश्वकर्मा जय विग्यान,,,,, श्रीमद्भागवत गीता- अ.१८, श्लोक-४२)

  विज्ञानं उच्यते शिल्पं हेमरूप्यादिसंस्कृतिः।

(बृहस्पति स्मृति – १,१५.७)