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सदानंद

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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सदानंद संज्ञा पुं॰ [सं॰ सदानन्द]

१. वह जो सदा आनंद में रहे ।

२. शिव ।

३. परमेश्वर ।

४. विष्णु ।

५. सदा आनंद की स्थिति । सर्वदा रहनेवाला आनंद ।

६. वह जो सदा आनंदप्रद हो । सदा आनंद देनेवाला ।