सन्तोषना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

संतोषना पु † ^१ क्रि॰ स॰ [सं॰ सन्तोष + हिं॰ ना (प्रत्य॰)] संतोष दिलाना । संतुष्ट करना । तबीयत भरना । उ॰—मेघनाद ब्रह्मा वर पायो । आहुति अगिनि जिवाइ संतोषी निकस्यो रथ बहु रतन बनायो । आयुध धरे समेत कवच सजि गरजि चढयो रणभूमिहि आयो । मनो मेघनायक ऋतु पावस बाण वृष्टि करि सैन खपायो ।—सूर॰ (शब्द॰) ।

संतोषना ^२ क्रि॰ अ॰ संतुष्ट होना । प्रसन्न होना ।