सपत्न
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सपत्न ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] अरि । बैरी । विरोधी । शत्रु । यौ॰—सपत्नजित् । सप्त्नदूषण, सपत्नबलनाशन = शत्रु का संहार करनेवाला । सपत्नवृद्धि = बैरियों की वृद्धि । सपत्नश्री = वैरी की विजय । सपत्नसूदन = शत्रुहंता । शत्रुसूदन ।
सपत्न ^२ वि॰ शत्रुता रखनेवाला । दुश्मन । वैरी । शत्रु [को॰] ।
सपत्न वि॰ [सं॰] पत्तों या पंखों के सहित [को॰] ।