समाज

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

समाज संज्ञा पुं॰ [सं॰] १ समूह । संघ । गरोह । दल ।

२. सभा ।

३. हाथी ।

४. एक ही स्थान पर रहनेवाले अथवा एक ही प्रकार का व्यवसाय आदि करनेवाले वे लोग जो मिलकर अपना एक अलग समूह बनाते हैं । समुदाय । जैसे,—शिक्षित समाज, ब्राह्मण समाज ।

५. वह संस्था जो बहुत से लोगों ने एक साथ मिलकर किसी विशिष्ट उद्देश्य की पूर्ति के लिये स्थापित की हो । सभा । जैसे,—संगीत समाज, साहित्य समाज ।

६. प्राचुर्य । समुच्चय । संग्रह (को॰) ।

७. एक प्रकार का ग्रहयोग ।

८. मिलना । एकत्र होना (को॰) ।

समाज सन्निवेशन संज्ञा पुं॰ [सं॰] समाज या जनसमूह के बैठने के उपयुक्त स्थान ।