समालोचना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
समालोचना संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. अच्छी तरह देखने की क्रिया । खूब देखना भालना ।
२. किसी पदार्थ के दोषों और गुणों को अच्छी तरह देखना । यह देखना कि किसी चीज में कौन सी बातें अच्छी और कौन सी खराब हैं; विशेषतः किसी पुस्तक के गुण और दोष आदि देखना ।
३. वह कथन लेख या निबंध आदि जिसमें इस प्रकार गुणों और दोषों की विवे- चना हो । आलोचना ।