समीक्ष संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. अच्छी तरह देखने की क्रिया । २. दर्शन । ३. अन्वेषण । जाँच पड़ताल । ४. विवेचन । ५. सांख्य शास्त्र जिसके द्वारा प्रकृति और पुरुष का ठीक ठीक स्वरूप दिखाई देता है । ६. पूर्ण ज्ञान (को॰) ।