सर्कस

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सर्कस संज्ञा पुं॰ [अं॰]

१. वह स्थान जहाँ जानवरों का खेल और शारीरिक शक्ति का करतब दिखाया जाता है । क्रिड़ांगन ।

२. वह मंडली जो पशुओं तथा नटों को साथ रखती है और खेल कूद के तमाशे दिखाती है ।