साँमधरम्म

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

साँमधरम्म पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्वांमिधर्म] स्वामी के प्रति अपना कर्तव्य । उ॰—नमसकार सूराँ नराँ विरद नरेस वरंम । रिजक उजालै साँम रौ, पालै साँमधरमे ।—बाँकी॰, ग्रं॰, भा॰१, पृ॰१ ।