साइल संज्ञा पुं॰ [अ॰] [स्त्री॰साइरा] १. प्रार्थी । उम्मीदवार । आसरा लगानेवाला । २. भिक्षुक । भिखमंगा । ३. जिज्ञासा करनेवाला । प्रश्नकर्ता । उ॰—कहे तब हाजिरों ने अर्ज यूँ कर । हुए साइल के ऐ आलम रहबर ।—दक्खिनी॰, पृ॰ ३२६ ।