साझा
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
साझा संज्ञा पुं॰ [सं॰ सहार्ध्य]
१. किसी वस्तु में भाग पाने का अधिकार । सराकत । हिस्सेदारी । जैसे,—बासी रोटी में किसी का क्या साझा ? (कहा॰) । क्रि॰ प्र॰—लगाना ।
२. हिस्सा । भाग । बाँट । जैसे,—उनके गल्ले के रोजगार में हमारा आधा साझा है । क्रि॰ प्र॰—करना ।—रखना ।—होना ।