साटा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]साटा पु संज्ञा पुं॰ [देशी सट्ट, सट्टक( = विनिमय)]
१. सौदा । दे॰ 'सट्टा' । उ॰—सोई सास सुजाण नर साँई सेती लाइ । करि साटा सिरजनहार सूँ मँहगे मोलि बिकाइ ।—दादू॰, पृ॰ ३८ ।
२. दे॰ 'साठी' । उ॰—कहूँ न मन माने निमष ज्यों मनि बिना भुयंग । सद माखन साटौ दही । धरयौ रहै मनमद ।—पृ॰ रा॰, २ ।५५६ ।