साण
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]साण पु † ^१ संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰ शान या सं॰ शाण] शान । गुमान । उ॰—भोरे भोरे तन करै षंडै करि कुरवाँण । मिट्टा कौड़ा ना लगै, दादू तौ हू साण ।—दादू॰, पृ॰ ६५ ।
साण पु † ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ शाण] दे॰ 'सान ^१' । उ॰—जन रज्जब गुरु साण परि झूँठी मनतर वारि ।—रज्जब॰, पृ॰ ११ ।