सानन्द
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
सानंद ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ सानन्द]
१. गुच्छकरंज । स्निग्ध दल ।
२. एक प्रकार की संप्रज्ञात समाधि ।
३. संगीत में १६ प्रकार के ध्रुवकों में से एक प्रकार का ध्रुवक जिसका व्यवहार प्राय: वीर रस के वर्णन के लिये होता है ।
सानंद ^२ क्रि॰ वि॰ आनंद के साथ । आनंदपूर्वक ।
सानंद ^३ वि॰ आनंदयुक्त । हर्षित । प्रसन्न ।